Nutrition in Plants ( पौधों में पोषण ) || Class 10th Biology in hindi
पौधों में पोषण(Nutrition in plant):- हरे पौधों में स्वपोषी पोषण होता है।इस विधि के द्वारा होने वाले पोषण में सरल अकार्बनिक अणुओं से जटिल कार्बनिक अणुओं का संश्लेषण होता है।हरे पौधे क्लोरोफिल की उपस्थिति के कारण कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल के अणु से प्रकाश की उपस्थिति में भोजन का संश्लेषण करते हैं, यह क्रिया प्रकाश संश्लेषण कहलाती है।अर्थात प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रम है, जिसमें स्वपोषी बाहर से लिए गए पदार्थों को संचित ऊर्जा के रूप में परिवर्तित करते हैं। यह संचित ऊर्जा कार्बोहाइड्रेट है, जिसका उपयोग पौधे भोजन के रूप में ऊर्जा प्राप्ति के लिए करते हैं। चुंकि आवश्यकता से अधिक कार्बोहाइड्रेट का संचय यानि जमा पौधे मंड के रूप में करते हैं जिसका उपयोग पौधे आवश्यकतानुसार करते हैं। प्रकाश संशलेषण की समीकरण -
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Nutrition in plant |
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समीकरण |
प्रकाश संश्लेषण के दौरान संपन्न होने वाले प्रक्रम
1.क्लोरोफिल द्वारा प्रकाश की ऊर्जा का अवशोषण
2.प्रकाश ऊर्जा का रासायनिक ऊर्जा में रूपांतरण
3.जल के अणुओं का ऑक्सीजन एवं हाइड्रोजन में अपघटन
4.कार्बन डाइऑक्साइड का कार्बोहाइड्रेट में परिवर्तन
प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक परिस्थितियां
प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के लिए निम्नलिखित परिस्थितियोंंं का होना आवश्यक है
1.क्लोरोफिल की उपस्थिति
2.सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति
3.कार्बन डाइऑक्साइड की उपस्थिति
4.जल की उपस्थिति
1.क्लोरोफिलकीउपस्थित(Presence of Chlorophyll):- हरे पौधों की पत्तियों में क्लोरोफिल पाए जाते हैं जो एक जटिल कार्बनिक अणु है,जिसमें मैग्नीशियम तत्व उपस्थित होते हैं एवं। इसके द्वारा प्रकाश ऊर्जा का अवशोषण होता है। चूंकि कुछ पौधों में क्लोरोफिल के अलावे नारंगी रंग के वर्णक कैरोटीन एवं पीले रंग का वर्णक पाये जाते हैं, जिसके द्वारा प्रकाश ऊर्जा का अवशोषण होता है। अतः क्लोरोफिल दो प्रकार के होते हैं Chlorophyll a तथा chlorophyll b, chlorophyll a को chlorophyll b प्रकाश ऊर्जा ग्रहण करके प्रदान करते हैं
2.सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति (Presence of sun-light):- हरे पौधे सूर्य के प्रकाश से प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के लिए आवश्यक ऊर्जा को ग्रहण करते हैं इस ऊर्जा का उपयोग कर हरे पौधे रासायनिक अणुओं को संश्लेषित करते हैं चूंकि क्लोरोफिल के द्वारा सौर ऊर्जा का रूपांतरण रासायनिक ऊर्जा में होता है आत: सूर्य की किरणों में 7 रंग होते हैं इन सात रंगों में से नीले एवं लाल तरंग धैर्य वाली किरणों का सर्वाधिक अवशोषण क्लोरोफिल द्वारा होता है।
3.कार्बन डाइऑक्साइड की उपस्थिति(Presence of Corbondioxide):- प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में पौधे कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग कच्ची सामग्री के रूप में करते है। पौधे आवश्यक कार्बन डाइऑक्साइड को वातावरण से प्राप्त करते हैं। चूंकि पौधों की पत्तियों में सूक्ष्म रंध्र होते है जिसे stomata कहते हैं जिसके द्वारा carbon dioxide गैस अंदर प्रवेश करते हैं
4.जल की उपस्थिति(Presence of water):- प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में जल की उपस्थिति बहुत जरूरी है पौधे आवश्यक जल को प्रसारण विधि द्वारा भूमि से जड़ों द्वारा अवशोषित करते हैं एवं अवशोषण के बाद जल जाइलम वाहिनियों के द्वारा पत्तियों में पहुंचते हैं। पौधों की पत्तियों में जल के अणुओं का उपयोग प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में कच्ची सामग्री के रूप में होता है। चूंकि अवशोषित जल का 99 प्रतिशत भाग जलवाष्प में परिवर्तित होकर वातावरण में पहुंच जाते हैं, जबकि 1% जल का उपयोग प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में होता है
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